Ghaziabad Link Road : NH58 (Meerut Crossing) and NH 24(Pratap Vihar)

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Highway link road to open in January 2016

Ayaskant Das | TNN | Jun 7, 2015, 04.15 AM IST

GHAZIABAD: Travel time between NH-24 and NH-58 will be cut down, as the 3.6-km New Link Road between the two highways will open to public in January 2016. Work is already underway on a railway overbridge (ROB), which is a part of the project.

While the ROB construction work has been undertaken by Railways, the remainder of the project work is being carried out by the Ghaziabad Development Authority (GDA). The link road cuts from the left of NH-24, near the Ganga Water Treatment Plant in Pratap Vihar, around 16kms from the zero-point at Nizamuddin in Delhi, to touch NH-58 near the Meerut T-point.

A kilometre-long stretch of the road is elevated, which includes the ROB and the approach roads to it, while the remainder is at the ground level. The road is a six-lane carriageway with a width of 24m.

The distance between the ROB and NH-24 is around 3km while its distance from NH-58 is roughly 600m. The commissioning of the project is expected to decongest GT Road, Mohan Nagar T-point and the Vaishali-Mohan Nagar Link Road by providing an alternative route to travel between the highways. The entire project has been undertaken by the GDA at a cost of around Rs 160 crore. This includes the cost of Rs 37 crore for the construction of the ROB.

“Railways are working very fast on the ROB and have assured that it will be completed by December this year. Work on piers and steel girders of the ROB has commenced. Work on the rest of the project by GDA is nearing completion too. Around Rs 9 crore, which is due to be paid to the Railways for the ROB, will be cleared very soon also,” said a senior GDA official.

Work on the project had commenced in January 2013 after a preparation of a report in consultation with the Central Road Research Institute. This report was sent by the GDA to IIT-Roorkee for vetting.

http://timesofindia.indiatimes.com/city/noida/Highway-link-road-to-open-in-January-2016/articleshow/47570922.cms

शुरू हुई लिंक रोड बनाने की कवायद

20 Jan 2013

जागरण संवाद केंद्र, गाजियाबाद : गाजियाबाद विकास प्राधिकरण का सपना 21 वर्षो में पूरा होने जा रहा है। 1984 में जिस लिंक रोड की चर्चा जीडीए बोर्ड के समक्ष हुई थी, उसके जनवरी, 2015 में बनकर तैयार होने की उम्मीद जगी है।
हम बात कर रहे है एनएच-24 से सीधे मेरठ तिराहे को जोड़ने के लिए प्रस्तावित लिंक रोड की। इस रोड का प्रस्ताव कई बार जीडीए बोर्ड में रखा गया और कई बार अवस्थापना निधि की बैठक में मंडलायुक्त तक पहुंचा, लेकिन हर बार फाइल खुलकर बंद होती रही। कभी इसकी उपयोगिता पर सवाल उठे तो कभी लागत की बात सामने आई। जीडीए के मुख्य अभियंता डीआर यादव के मुताबिक, 26 जनवरी से लिंक रोड पर काम शुरू होगा।
प्रताप विहार स्थित गंगाजल प्लांट के पास एनएच-24 से शुरू होकर यह रोड मेरठ तिराहे यानी एनएच-58 तक पहुंचने के लिए 3.59 किलोमीटर की होगी। छह लेन वाली इस रोड की खास बात यह होगी कि दिल्ली-हावड़ा रेल टै्रक को पार करने के लिए इसे 18.7 मीटर ऊंचा बनाया जाएगा। रेल टै्रक पर लिंक रोड की ऊंचाई छह मंजिला भवन के बराबर होगी। सड़क के निर्माण का काम आइटीडी सीमेंटेशन इंडिया लिमिटेड को दिया गया है। उसके लिए कंपनी के पक्ष में 115 करोड़ रुपये का टेडर छोड़ा गया है। रेल टै्रक पर 117 मीटर लंबे आरओबी का निर्माण रेलवे करेगा। इसके लिए जीडीए, रेलवे को 31.17 करोड़ रुपये का भुगतान करेगा। यानी, कुल मिलाकर लिंक रोड पर 146.16 करोड़ रुपये खर्च होंगे। लिंक रोड के लिए करीब 60 करोड़ का अनुदान केंद्र सरकार से मिला है।
लिंक रोड की डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) के मुताबिक, एनएच-24 से शुरू होकर 1910 मीटर तक छह लेन की यह रोड सामान्य ऊंचाई वाली होगी। उसके 1910 मीटर से 2060 मीटर तक (150 मीटर) सड़क का निर्माण ‘री- इंफो‌र्स्ड अर्थ वॉल’ पर होगा। सड़क का यह हिस्सा 2.2 मीटर की ऊंचाई से शुरू होकर 5.7 मीटर की ऊंचाई तक पहुंचेगा। इसके बाद 2060 मीटर से 2632 मीटर तक सड़क एलीवेटेड (वाया डक्ट) होगी। इस दौरान सड़क की ऊंचाई 5.7 मीटर से शुरू होकर 18.7 मीटर पर पहुंच जाएगी। इसी ऊंचाई पर 2632 मीटर से 2750 मीटर तक आरओबी का निर्माण होगा।
रेल टै्रक पार करने के बाद 2750 से 3300 मीटर तक सड़क फिर एलीवेटेड होगी। इस दौरान सड़क की ऊंचाई 18.7 मीटर कम होकर छह मीटर पर पहुंच जाएगी। 3300 से 3470 मीटर तक सड़क का निर्माण फिर ‘री- इंफो‌र्स्ड अर्थ वॉल’ पर होगा और ऊंचाई छह मीटर से घटकर तीन मीटर तक आ जाएगी। 3470 मीटर से 3510 मीटर के आखिरी चरण में सड़क की ऊंचाई तीन मीटर से घटकर 0.2 मीटर रह जाएगी। इसी ऊंचाई पर यह रोड मेरठ तिराहे से जुडे़गी।

Source: Dainik Jagran

एलिवेटिड रोड, सिग्नल फ्री ट्रैफिक
15 Dec 2011, 0400 hrs IST

किरणपाल राणा॥ मेरठ रोड तिराहा

मेरठ रोड तिराहे से एनएच –58 को एनएच –24 से कनेक्ट करने वाली प्रस्तावित न्यू लिंक रोड का डिजाइन बदल गया है। 4 किलोमीटर लंबी रोड का शुरुआती हिस्सा 1.5 किमी तक ऐलिवेटिड होगा। हिंडन मोटेल ( मेरठ रोड तिराहे से 300 मीटर पहले ) से सांई उपवन – ईको फ्रेंडली पार्क और साहिबाबाद रेलवे ट्रैक से 500 मीटर आगे एलिवेटिड रोड खत्म होगी। इसके आगे न्यू लिंक रोड प्रताप विहार गंगा वॉटर प्लांट के आगे एनएच -24 पर खत्म होगी। एक्सपर्ट कंपनी ने बताया था कि पुराने प्लान से मेरठ रोड तिराहे पर जाम की समस्या होती। जीडीए के चीफ इंजीनियर आर . के . सिंह के मुताबिक , नए प्लान से न्यू लिंक रोड पर ट्रैफिक सिग्नल फ्री होगा और लागत भी सिर्फ 20 पर्सेंट बढ़ेगी। लंबाई भी 500 मीटर बढ़ी है। उन्होंने बताया कि डिजाइन फाइनल हो चुका है। डीपीआर तैयार होते ही टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी।

यह है नया प्रोजेक्ट : एनएच -58 से एनएच -24 को कनेक्ट करने वाली प्रस्तावित न्यू लिंक रोड 6 लेन की होगी। एनएच -58 से इस रोड की शुरुआत मेरठ रोड तिराहे से करीब 300 मीटर पहले ( हिंडन मोटेल के सामने ) होगी। यहां से ईको फे्रंडली पार्क के रास्ते गाजियाबाद – साहिबाबाद रेलवे ट्रैक पर 500 मीटर आगे तक करीब 1.5 किलोमीटर का हिस्सा एलिवेटिड होगा। रेलवे ट्रैक पर बनने वाला आरओबी भी एलिवेटिड रोड में शामिल किया गया है। इसके बाद 2.5 किमी लंबी रोड प्रताप विहार वॉटर प्लांट के आगे एनएच -24 पर मिलेगी। रोड कुल 4 किमी लंबी होगी।

क्यों बदला डिजाइन : प्रोजेक्ट इंचार्ज जीडीए के एक्सईएन ए . के . सिंह के मुताबिक , पुराने प्लान में न्यू लिंक रोड मेरठ तिराहे से शुरू होनी थी। साहिबाबाद – गाजियाबाद रेलवे ट्रैक के ऊपर आरओबी बनाकर इसे एनएच -24 से जोड़ने का प्लान था। 6 लेन के इस प्रोजेक्ट के लिए 135 करोड़ रुपये का एस्टिमेट तैयार किया गया था , लेकिन इसमें सबसे बड़ी समस्या मेरठ रोड पर आने वाले ट्रैफिक को लेकर थी। एक्सपर्ट एजेंसी का दावा था कि जितना फायदा न्यू लिंक रोड बनने से होगा , उससे बड़ी समस्या मेरठ रोड तिराहे पर ट्रैफिक जाम पैदा करेगा।

ग्रेड सेपरेटर्स का था प्लान : मेरठ रोड तिराहे पर ट्रैफिक जाम से निपटने के लिए एक्सपर्ट कंपनी ने 2 प्लान पर काम शुरू किया था। पहला प्लान था कि ग्रेड सेपरेटर बनाकर मोहन नगर से आने वाला ट्रैफिक एनएच -58 पर उतारा जाए। इसी तरह से मोहननगर से नया बस अड्डा की ओर आने वाले ट्रैफिक को नया लूप बनाकर सिग्नल फ्री करने किया जाए। इस प्रोजेक्ट के लिए जगह कम पड़ रही थी। दूसरे प्लान में इस चौराहे को सिग्नल फ्री करना था। इस प्लान को पूरा करने के लिए भी जगह की कमी आड़े आई। चौराहे को सिग्नल फ्री करने से प्रोजेक्ट कॉस्ट करीब 500 करोड़ होने की संभावना थी। इस वजह से इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।

सिग्नल फ्री होगा मेरठ रोड तिराहा : ए . के . सिंह के मुताबिक , नए प्लान से मेरठ रोड तिराहे पर न्यू लिंक रोड का ट्रैफिक सिग्नल फ्री होगा। इससे प्रोजेक्ट कॉस्ट भी करीब 20 पर्सेंट ही बढ़ने की संभावना है। रोड की लंबाई सिर्फ 500 मीटर बढ़ी है।

डिजाइन फाइनल , अप्रूवल का इंतजार : जीडीए के चीफ इंजीनियर आर . के . सिंह ने बताया कि इस प्रोजेक्ट का डिजाइन फाइनल हो गया है। जल्द अप्रूवल मिलेगी। एस्टिमेट भी जल्दी ही बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद टेंडर छोड़े जाएंगे।

http://navbharattimes.indiatimes.com…w/11111583.cms

अब आई लिंक रोड प्रोजेक्ट की याद

8 Dec 2011, 0400 hrs IST

नगर संवाददाता॥ मेरठ रोड तिराहाएनएच-58 को एनएच-24 से जोड़ने के लिए प्रस्तावित लिंक रोड बनाने का काम सालों से अधर में लटका है। इस प्रोजेक्ट में केंद्र सरकार का भी करीब 60 करोड़ रुपया 2 सालों से फंसा है। केंद्र सरकार ने इस परियोजना के लिए जून 2009 में मदद मंजूर की थी। अब जीडीए के अफसरों को यह आशंका है कि अगर चालू वित्तीय वर्ष तक प्रोजेक्ट पर काम शुरू नहीं हुआ हो सकता है कि केंद्र सरकार अपना पैसा वापस ले ले। इसी आशंका के चलते जीडीए ने आनन-फानन में प्रोजेक्ट को मंजूरी के लिए फिर से प्रदेश सरकार के पास भेजा है। केंद्र सरकार का मानना था कि अगर नई लिंक रोड बन जाती है तो इससे दिल्ली आने-जाने वाला ट्रैफिक मोहन नगर चौराहे पर ट्रैफिक जाम में नहीं फंसेगा।जीडीए के चीफ इंजीनियर आर. के. सिंह के मुताबिक केंद्र सरकार ने 2 नई सड़क परियोजनाओं के लिए मदद मंजूर की थी। इनमंे से एक प्रोेजेक्ट मेरठ रोड तिराहे के पास से एनएच 58 को एनएच-24 से जोड़ने का है और दूसरा प्रोजेक्ट है राज नगर एक्सटेंशन रोड। केंद्र सरकार ने एक्सटेंशन रोड के लिए 9 करोड़ और एनएच-58 से एनएच-24 को जोड़ने की परियोजना के लिए 60 करोड़ रुपये मंजूर किए थे। राजनगर एक्सटेंशन रोड बनकर तैयार हो गई है। नई लिंक रोड प्रोजेक्ट के लिए जून 2009 में आर्थिक मदद मंजूर की गई थी। पर जीडीए अभी तक इस धन का सदुपयोग नहीं कर पाया। अफसरों को आशंका है कि चालू वित्तीय वर्ष तक अगर प्रोजेक्ट को यूपी सरकार की मंजूरी नहीं मिली तो केंद्र सरकार इस पैसे को वापस न ले ले। अब जीडीए ने इसी आशंका के चलते अपनी रणनीति को बदल लिया है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के चीफ इंजीनियर आर. के. सिंह ने बताया कि एनएच-24 से मेरठ रोड तिराहे (एनएच 58) को जोड़ने के लिए नई सड़क के निर्माण के प्रस्ताव को फिर से प्रदेश सरकार के पास मंजूरी के लिए भेजा गया है।क्या है प्रोजेक्ट-मेरठ रोड तिराहे से एनएच 58 को सिद्धार्थ नगर के पास एनएच-24 से जोड़ने के लिए 6 लेन वाली लिंक रोड बनाई जाएगी-दिल्ली-गाजियाबाद रेलवे लाइन पर आरओबी साईं उपवन के पीछे बनेगा 

 

 

 

– जीडीए की इस परियोजना की कुल लागत 135 करोड़ रुपये होगी

– केंद्र सरकार ने परियोजना में वित्तीय मदद के लिए 60 करोड़ रुपये दिए

क्या होगा लाभ

– एनएच -58 के एनएच -24 से जुड़ने का सबसे ज्यादा फायदा दिल्ली से मेरठ आने – जाने वाले लोगों को होगा। फिलहाल वाहन चालक हिंडन पर बने पुराने पुल के पास अक्सर ट्रैफिक जाम में फंस जाते है। प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद मेरठ रोड तिराहे से एनएच -58 तक पहंुचने में चंद मिनटों का समय लगेगा ।

http://navbharattimes.indiatimes.com…w/11024179.cms